Saturday, August 20, 2011

पंछी उड़ते जाते है, वो तो बस उड़ते ही जाते है, जिंदगी की कसौटी पर खरे उतरते जाते है.............

पंछी उड़ते जाते है, वो तो बस उड़ते ही जाते है                                
जिंदगी की कसौटी पर खरे उतरते जाते है 

मंजिल ऊँची  है उनकी रोक सके ना कोई 
आंधी तूफ़ान सर्दी गर्मी चाहे कैसी भी परिस्थिति होई, 
विषम से विषम परिस्थिति  का हो पाया बस इतना असर, 
रफ़्तार कम हुई ,पर पंछी  की  रही  हमेशा मंजिल पर  नज़र ....
विषम से विषम परिस्थिति का  हो पाया  बस  इतना  असर
रफ्तार  कम हुई पर पंछी की रही हमेशा मंजिल पर नजर ....
मंजिल ऊँची इनकी  आगे  बढ़ते ही  जाते है
नए नए बुलंदियों को छूने की रोज़ उम्मीद लगते है 

हर  परिस्थिति  से  सिखाया  संघर्ष 
आगे बढ़ते ही  गए  स्वीकारकर  हर  परिस्थिति  को  सहर्ष 
अपना  अस्तित्व बनाया इन्होने रखकर सबको साथ 
बढ़ने से रोख ना पाए चाहे दिन हो या रात 
हर पल ने बहुत सिखाया,
हर सीख ने आगे बढाया और परिपक्व  बनाया 
ख्वाब ऊँचे इनके ,आकाश भी नहीं है उनकी सीमा,
मेहनत , लगन, विश्वास की द्रद्ता इतनी की बढ़ेगे आगे चाहे आये कितना पसीना
पंछी उड़ते जाते है, वो तो बस उड़ते ही जाते हैजिंदगी की कसौटी पर खरे उतरते जाते है ......

Tuesday, August 16, 2011

बड़ी खुशनसीब हूँ मैं.....

बड़ी खुशनसीब हूँ मैं ,
जो मिला है एक ऐसे साथी का साथ....
जो समझे मेरी दिल की हर बात,
कद्र करता है हर जस्बात
जो चाहता उसका साथी चले उसके साथ
बहुत ही ऊचे है इनके ख्यालात ......
मन करता करू इनसे हर दिल की बात 
बातों ही बातों में बीत जाते कहीं घंटे साथ
ख्यालों में रहते बस येही चाहे दिन हो या रात
हर बात को कहने का बहुत ही अलग अंदाज़
साथ इनका  बढाता मेरा मनोबल और आत्मविश्वास
इनका साथ ही है मेरी आजकल हर पल मुस्कराहट का राज़
ज़िन्दगी की बारीकियों का अनुभव इन्हें ख़ास
हर अदा पर इनकी हम करते है नाज़
सच होगा  इनका हर सपना मन में है विश्वास
सूरज सी रोशनी फैलेगी इनकी ,करेगे हर दिल पर राज़
भगवान् बचाए बुरी नज़र से , होगा सिर इनके बुलंदियों का ताज.....