Friday, August 5, 2011

किसी अजनबी पर खुद से ज्यादा यकीं आया है

जमाने में मोहब्बत वो किया करते है,
जिन्हें किसी अजनबी पर हो खुद से ज्यादा यकीन,
हमें तो खुद पर भी अभी यकी नहीं आया,
किसी अजनबी पर आना तो बहुत दूर की बात है...
10-03-2002
Sachin Jain


और दूसरे पर यकीन वो किया करते हैं,
जो मोहब्बत के रस्ते पर बिना कुछ सोचे चल दिया करते हैं,
मोहब्बत वो राह हैं जिसमें दिमाग का काम नहीं,
दिल से सोचो दोस्त यकीन होगा उस अजनबी इंसान par तभी..
20-07-2011
Dr. Akansha Jain

हमें भी मोहब्बत अब हुई है किसी से,
दिल अपना भी किसी ने बहकाया है,
खुद पर यकीं करना शुरू ही किया था अभी-अभी मैंने,
अब किसी अजनबी पर खुद से ज्यादा यकीं आया है..

20-07-2011
Sachin Jain

1 comment:

  1. यकीन वो नीव है जिससे दिलो में अनेक रंग भरते है,
    प्यार और सम्मान के बीज उत्पन्न होते हैं.....
    हर जगह खुशिया की महक रम जाती है,
    बस आँखों ही आखों में बातें हो जाती हैं......

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