जीवन में आया नया दौर,
ख़ुशी से चल पड़ी मैं उस ओर,
नए नए रिश्ते,
बन कर आये जीवन में फ़रिश्ते,
बड़ो का आशीर्वाद, बच्चो का प्यार,
बड़ी खुशनसीब हूँ मैं जो मिला इतना दुलार,
दादाजी का आशीष भरा सिर पर हाथ,
बनकर आया जीवन का वरदान,
पापाजी, मम्मीजी की सादगी और अपनापन,
विपुल भैया का शर्मीलापन और भोलापन,
जीजाजी की सादगी में मस्तिपन,
मोना दीदी की ढेर सारी बातें,
सिखा गयी क्या होते हैं रिश्ते नाते.......
जीवन में आया नया दौर,
ख़ुशी से चल पड़ी मैं उस ओर.......
चाचा , चाची की आँखों में पाया ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद,
जो की हमेशा रहेगा मुझे याद,
प्रियंका की शरारती हंसाने वाली अदा,
पर हम हो गए पूरी तरह फ़िदा,
खुशबु की मीठी-मीठी प्यारी- प्यारी बात,
याद रहती है मुझे दिन रात,
मामी कहना अर्णव का तुतलाकर,
इस प्यारे क्षण ने सिखा दिया,
की अब में बड़ी हो गयी हूँ,
इन सब अनमोल रिश्तो को अपनाके....
जीवन में आया नया दौर,
ख़ुशी से चल पड़ी मैं उस ओर........
सचिन- आकांक्षा का साथ है ऐसा
जैसे दिल और धड़कन,
शब्द भी कम पड़ जायेगे,
अगर करने लगू वर्णन,
जीवन में आया नया दौर,
ख़ुशी से चल पड़ी मैं उस ओर,
औरो को अभी मैं ज्यादा जान नहीं पायी,
लेकिन विश्वास है जितना जनूगी,
पाऊँगी क्या होती है रिश्तों की गहराई,
भगवान् से बस यही है प्रार्थना,
संजो कर रख पाऊ इन अनमोल रिश्तों का खज़ाना............
जीवन में आया नया दौर,
ख़ुशी से चल पड़ी मैं उस ओर......
No comments:
Post a Comment